उत्सव
पुष्कर पर्व
हर बारह साल में जब गुरु मकर राशि में प्रवेश करता है, तो तुंगभद्रा संगम पर "पुष्कर पर्व" मनाया जाता है। यह पर्व एक महीने तक चलता है।
श्री संगमेश्वर रथोत्सव
चैत्र मास द्वितीया को श्री संगमेश्वर रथोत्सव मनाया जाता है। इस दिन आसपास के 10 किलोमीटर के दायरे के लोग अपने अपनी ग्राम देवता को मंगलवाद्य के साथ लेकर आते हैं। वे तुंग-भद्रा के संगम पर बस जाते हैं और अपने ग्राम देवता का अभिषेक करते हैं। भजन, नृत्य आदि करने के बाद वे अपने गांव लौट जाते हैं।
श्री शारदाम्बा रथोत्सव
आश्विज मास विजयादशमी पर श्री शारदाम्ब रथोत्सव मनाया जाता है। जगद्गुरु की उपस्थिति में श्री मठ से रथोत्सव शुरू होता है। इस रथोत्सव में विभिन्न स्थानों से अनेक भक्तगण भाग लेते हैं।
वैशाख मास शुक्ल पक्ष दशमी को संपूर्ण भारत में शंकर जयंती मनाया जाता है। श्री कूडलि श्रृंगेरी महा संस्थान द्वारा रथोत्सव मनाया जाता है जिसमें विभिन्न स्थानों से आये भक्त भाग लेते हैं।
श्री शंकराचार्य महोत्सव
श्री ब्रह्मेश्वर रथोत्सव
आश्वीज मास पूर्णिमा को श्री ब्रह्मेश्वर रथोत्सव मनाया जाता है।
श्री चिंतामणि नरसिंह रथोत्सव
कार्तिक मास पूर्णिमा को श्री चिंतामणि नरसिंह स्वामी रथोत्सव मनाया जाता है।
श्री दुर्गा पूजाोत्सव
पुष्य मास शुक्ल पक्ष को श्री दुर्गा परमेश्वरी पूजाोत्सव मनाया जाता है।